# 1 आयुर्वेदिक उपचार
पाइल्स, फिस्टुला, फिशर और भगंदर के लिए

अपने आंतरिक और बाहरी बवासीर और रक्त फैलाने वाली बवासीर का इलाज करें सिर्फ 7 दिनों में!

सुबह का इलाज

  • सूजन को कम करता है
  • दर्द से राहत देता है
  • बैक्टीरिया को हटा देता है
  • समस्या की जड़ पर काम करता है
  • रक्त बहने से रोकता है

रात का इलाज

  • पाचन में सुधार करता है
  • डिटॉक्स करता है
  • Regulates Natural Gut
  • आंत को नियंत्रित करता है
  • (विषाक्त मुक्त कण)

प्राकृतिक गुप्त सामग्री

विदंगा
(Embelia Ribes)

एंटी-हेल्मिंथिक गुणों के साथ, यह पाचन आग को संतुलित करता है और आंत से अतिरिक्त वसा और अतिरिक्त वात दोष को बाहर निकालता है

ताम्र भस्म
(Incinerated Copper)

कब्ज़ और तकलीफदेह आंत के लक्षण को कम करने में मदद करता हैं

कुटज
(Wrightia antidysenterica)

सिकोड़नेवाली गुण के वजह से रक्त बहनेवाली अर्श को नियंत्रित करता हैं और ज़ख़्म को ठीक करता हैं

नाग केशर
(Mesua ferrea)

पाचन के गुणों के वजह से पाचनशक्ति में मदद करता हैं

सफल गंभीर मामले

बहोतो का भरोसेमंद

हमारे ग्राहक क्या कहते हैं

  • हमेशा के लिए बवासीर से मुक्ति
    ” कई डॉक्टरों के सलाह से कई तरह के दवाइयां लेने के बावजूद , मैंने सर्जरी करवाने के बारे में सोचा , पर अंत में मैंने पाइल्स फ्री केयर मंगवाया और इस्तेमाल करने के बाद देखा कि मैं इस हद तक ठीक महसूस करने लगा जैसे कि कभी मेरे को बवासीर हुआ ही नहीं था। “
     
    शिवम् ठाकुर, 28
    नई दिल्ली
आपको आयुर्वेद के लिए क्यों जाना चाहिए ?
अन्य इलाज के तरीकों के मुक़ाबले आयुर्वेद द्वारा इलाज किये गए बवासीर के मामलें में पुनरावृत्ति होना कम संभव हैं। कुछ रोगियों के लिए शल्य चिकित्सा अर्थात Surgery आवश्यक नहीं होता हैं। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां बवासीर को जड़ से ठीक करता हैं अर्थात मल या पुराने कब्ज़ के दौरान दर्द।
क्या इसका कोई बुरा प्रभाव होता हैं ?
यह आयुष मंत्रालय द्वारा प्रमाणित 100 % प्राकृतिक अर्थात natural और सुरक्षा प्रदान करने वाली दवाई हैं।
क्या यह आयुर्वेदिक दवाई अंदर और बाहर के अर्श के इलाज करता हैं ?
हां, यह अंदर और बाहर के अर्श को इलाज करने में मदद करता हैं।
यह कैसे बनता हैं ?
यह GMP facility में बेहतरीन और अतिशुद्ध तत्वों द्वारा आयुष प्रमाणित आयुर्वेदिक सूत्रो द्वारा बनाया गया हैं। हम सबसे बेहतर जड़ी बूटियां इस्तेमाल करते हैं और उसको आगे और परिशुद्ध अर्थात refine बनाकर केवल उसके उपयोगी हिस्सें का ५-१० % अर्थात 5-10% इस्तेमाल करते है और बाकी को फेक देते हैं।
विशेष सलाह के लिए आपको कैसे संपर्क करें ?
कृपा यहां दबाये Call Us
क्या शल्य चिकित्सा अर्थात surgery के बिना बवासीर का इलाज संभव हैं ?
हां , यह शल्य चिकित्सा अर्थात surgeryके बिना आयुर्वेद द्वारा ठीक करना संभव है.। फिर भी , रोगी को खानपान के आदतों में परहेज़ लाना ज़रुरी होता हैं.। आयुर्वद के चिकित्सक वर्ग प्राकृतिक जड़ी बूटियों द्वारा किसी भी रोग या समस्या का इलाज करते हैं ।

Address: Gomti Nagar, Lucknow,Uttar Pradesh 226010